दोस्तों, आज हम हमारी ज़िंदगी के बहुत बहुत ही महत्वतपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे कि टेंशन फ्री कैसे रहें. आज कल हर इंसान को चिंता, स्ट्रेस, तनाव लगा ही रहता है। कोई ना कोई मानसिक उलझन लगी ही रहती है, लोग बाहर से तो हस्ते हैं बाहर से तो खुश दिखाई देते हैं परन्तु अंदर से खुश नहीं होते।
एक सर्वे से पता चला कि 100 में से 80 प्रतिशत लोग तनाव में जीते हैं. बहुत ही कम लोग होंगे दुनिया में जो हमेशा खुश रहते हों, एकदम हलके फुल्के होकर जीते हों.
नहीं तो जिसे देखो हर इंसान अपने दिमाग में हज़ार टेंशन लेकर बैठा है, इतना स्ट्रेस लेकर बैठा है. इन परेशानियों और उलझनों के चलते लोग खुश रहना ही भूल गए हैं, जिंदगी जीना ही भूल गए हैं.
लोग कहते हैं जिंदगी तो ऐसी हो गयी है कि एक समस्या जाती नहीं कि दूसरी आ जाती है, और कुछ लोग तो ऐसे कहते हैं कि ऐसी उलझनों से भरी जिंदगी से तो अच्छा है कि हम मर जाएँ।
लोग ज़िंदा तो दिखते हैं पर उनमे ज़िंदगी नहीं दिखती, लोग कहते हैं बस मर नहीं पा रहे इसलिए जी रहे हैं..कुछ बचा ही नहीं है ज़िंदगी में..कोई ख़ुशी ही नहीं है..मन में शांति ही नहीं है.
परन्तु क्या आपको पता है ये जो आप इतनी चिंताएं करते हो एक तो इससे आप कुछ ठीक नहीं कर पाते लेकिन ये चिंता और तनाव आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है और अगर आप इसे समय रहते ठीक नहीं करेंगे तो ये आपको बहुत साडी मानसिक और शारीरिक बीमारियां दे देगा।
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टेंशन फ्री कैसे रहें
अगर आप अपने मन की सारी परेशानियों से, मन की अशांति से, आने मन की उलझनों से, तनाव से छूटना चाहते हैं, अपने जीवन में खुश रहना चाहते हैं तो ये कुछ बातें आप अपनी जिंदगी में जरूर करना।
वो काम करें जो आपकी जिंदगी को मकसद दे
दोस्तों कभी भी अपने दिमाग को खाली ना रखें। जो काम आपको ख़ुशी देता है उस काम में गजब की ताकत होती है..वो आपको ख़ुशी का एहसास कराता है..आपको अपने लक्ष्य पर पहुँचने का एहसास कराता है और इससे आपका शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है.
परन्तु जब आप सरे काम छोड़ कर सिर्फ चिंता में डूब जाते हैं तो वो आपको बिमारियों के अलावा कुछ नहीं देता।
और वहीँ आप चिंताओं को छोड़ कर अपने आप को किसी अच्छे काम में लगा देते हैं तो वो आपके भीतर एक नई ऊर्जा पैदा करता है.
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मनोविज्ञानिकों ने रिसर्च किया है कि जो इंसान कुछ नहीं करते या बस आराम करते रहते हैं वो हमेशा थके रहते हैं, उनके शरीर में हमेशा आलस्य रहता है..वो मन से उदास और बीमार रहते हैं.
और जो लोग काम करते रहते हैं अपने आप को व्यस्त रखते हैं वो लोग ज्यादा एक्टिव रहते हैं. उन लोगो के भीतर ज्यादा ऊर्जा होती है.
सारा दिन फ्री रहने वाले लोगों की तुलना में जो लोग सारा दिन खुद को काम में व्यस्त रखते हैं वो लोग शारीरिक और मानसिक रूप से ज्यादा स्वस्थ रहते हैं.
इसलिए आप अपनी ज़िंदगी में कुछ ऐसा काम करें जो आपको ख़ुशी दे और आपकी जिंदगी को जीने का मकसद दे.
अपने दिन की शुरुआत अच्छी करें
आज कल लोगों की दिन की शुरुआत बीएस भागम-भाग में होती है. घर के काम करने हैं..नाश्ता बनाना है..नाश्ता खाना है..घर को मैनेज करना है, स्कूल पहुंचना है, ऑफिस पहुंचना है.
आप अपने सुबह की शुरुआत ही तनाव से कर रहे हैं. आपका दिन ना तो ध्यानसे शुरू हुआ, ना योग प्राणायाम से शुरू हुआ, ना ही प्रार्थना से शुरू हुआ.
अगर आप अपने दिन की शुरुआत तनाव और अशांति से करेंगे तो बाकी का सारा दिन कैसे शांति में गुजरेगा। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप सुबह को जल्दी उठकर योग-प्राणायाम करें, ध्यान करें, परमात्मा को प्रार्थना करें।
आप अपने दिन की शुरुआत शांति और अच्छी ऊर्जा के साथ करेंगे तो आपका सारा दिन बहुत अच्छा गुजरेगा बहुत सुकून से गुजरेगा।
इसलिए सुबह उठते ही आप भागम-भाग ना मचाएं, तनाव और अशांति के साथ अपने दिन की शुरुआत न करें बल्कि अपने दिन की शुरुआत कुछ अच्छे विचारों के साथ ध्यान और योग अभ्यास के साथ करें।
समय प्रबंधन (Time Management) सीखिए
जो लोग अपने दिन का अनुसूची नहीं बनाते बस अपने दिन को ऐसे ही गुजार देते हैं. ऐसे लोगों की ज़िंदगी आपको बिखरी बिखरी सी मिलेगी।
क्योंकि उन्हें समझ ही नहीं आता कि कण कोनसा काम करना चाहिए और कब कोनसा काम नहीं करना चाहिए। अपने दिन को अच्छे से प्लान करें।
हर समय हर काम करना अच्छा नहीं होता है. किसी काम को बहुत ज्यादा समय देना भी अच्छा नहीं होता है और किसी काम को बहुत काम समय देना भी अच्छा नहीं होता है.
इसलिए आपका दिन शुरू होने से एक दिन पहले ही आप अपने दूसरे दिन का सारा प्रोग्राम बना लें कि आपको अपना दिन कैसे गुजारना है.
और अपने आप को बहुत सरे कामों में मत फसाएँ। जब कोई इंसान अपने आप को बहुत सरे कामों में फसा लेता है तब उसकी जिंदगी उलझ जाती है.
वो किसी भी चीज को सही से नहीं कर पाता है, किसी भी चीज को संभाल नहीं पाता है और अपनी जिंदगी से ही परेशान हो जाता है.
और इसका नतीजा यह निकलता है कि उसके मन में चिंता, तनाव आ जाता है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप समय प्रबंधन सीखें, अपने दिन को प्लान करना सीखें।
जब आप शांति में बैठ कर सिर्फ दस मिनट के लिए आप गहरी साँस लेंगे और गहरी साँस छोड़ेंगे। इस दस मिनट के अभ्यास से आपका सारा तनाव खत्म हो जाएगा।
आपका मन बिलुकल शांत और हल्का हो जायेगा। इसलिए जब भी आपके मन में बहुत सरे विचार आ रहे हो, बहुत तनाव हो बहुत चिंताएं हों तो सरे काम छोड़ कर दस मिनट के लिए आप गहरी सांस लेने का और गहरी साँस छोड़ने का अभ्यास करें।
एक डायरी पर अपनी जिंदगी से जुडी दस अच्छी बातें रोज़ लिखें
आपको इस चीज पर मेहनत करनी है कि आप अपने सरे दिन में दस अच्छी बातें ढूंढ पाएं।
क्योंकि जब तक आप अपनी जिंदगी में अच्छा देखना शुरू नहीं करते हैं तब तक आपका ज़िंदगी के लिए सकारात्मक रवैया नहीं होता है. जब आप अपनी जिंदगी में अच्छा देखना शुरू करते हैं..कुछ सकारात्मक देखना शुरू करते हैं तो इससे आपके विचार भी सकारात्मक होने लगते हैं.
और इसका नतीजा यह निकलता है कि आप कृतज्ञता को महसूस करते हैं..आप खुद को थैंकफुल महसूस करते हैं कि परमात्मा ने आपको ज़िंदगी में इतना कुछ दिया है जो बहुतों को नहीं दिया है.
हर इंसान को यह शिकायत रहती है..मुझे यह नहीं मिला..मुझे वो नहीं मिला। परन्तु हम कभी ये क्यों नहीं सोचते कि जितना हमको मिला है उतना कितनो को मिला है.
अगर हम ये देखना शुरू करदें कि मुझे ज़िंदगी में क्या क्या हासिल हुआ है..क्या क्या मिला है, तो जो आप को नहीं मिला है उसकी तरफ आपका कभी ध्यान जायेगा ही नहीं।
लेकिन हम इंसान भी बड़े अजीब हैं, जो हमारे पास होता है वो हमे दिखता ही नहीं है, उसकी हमे कदर ही नहीं होती है.
और जो हमे मिलता नहीं है उसके पीछे हम तड़पते रहते हैं मरते रहते हैं. इसी लिए आप एक डायरी बनाएं और उस डायरी में आप अपनी जिंदगी से जुडी रोज दस अच्छी बातें आपको लिखनी हैं.
और जब आप उस डायरी में अपनी जिंदगी से जुडी रोज दस अच्छी बातें आप रोज लिखेंगे तो आपको एहसास होगा कि आपको ज़िंदगी में क्या क्या हासिल हुआ है.
और उस डायरी को हर हफ्ते आप पूरा पढ़ें, तब आपको एहसास हो जाएगा कि आप के पास तो बहुत कुछ है, किसी चीज की कमी ही नहीं है आपके पास.
और इससे जो आपके अपनी जिंदगी में कमियां दिखाई देती हैं ना, धीरे धीरे वो सारी कमियां वो साड़ी शिकायतें आपकी दूर हो जाएँगी।
निष्कर्ष:
जो भी इंसान इन सब बातों को अपनी ज़िंदगी में फॉलो करेगा, इनका अपनी ज़िंदगी में पालन करेगा उस इंसान को कभी कोई चिंता, स्ट्रेस या मानसिक परेशानी हो ही नहीं सकती। तो दोस्तो आज हमने चर्चा करी कि टेंशन फ्री कैसे रहें और अपनी ज़िंदगी अच्छे तरिके से खुल कर कैसे जीएं। हमे उम्मीद है आपको यह आर्टिक्ल “टेंशन फ्री कैसे रहें” पसंद आया होगा, कमेंट करके जरूर बताएं, धन्यवाद!!
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